सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को ऐसा झटका दिया है कि शायद उसको अब नागरिकों के ख़िलाफ़ सबूत जुटाने के लिए उसको काफ़ी मशक्कत करनी पड़े। ईडी मोबाइल, लैपटॉप जैसे उपकरणों को जब्त कर ही आसानी से सबूत जुटाती रही थी। अदालत ने कहा है कि ईडी नागरिकों के जब्त मोबाइल, लैपटॉप जैसे उपकरणों तक न तो पहुँच सकती है और न ही उनकी कॉपी कर सकती है। वैसे, अदालत का यह फ़ैसला आया तो लॉटरी किंग के रूप में जाने जाने वाले सैंटियागो मार्टिन मामले में है, लेकिन माना जा रहा है कि इस फ़ैसले का असर अब ईडी से जुड़े दूसरे केसों पर भी पड़ सकता है। तो क्या ईडी के साथ ही अब सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों को भी नागरिकों के मोबाइल, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त करने से पहले दोबारा सोचना होगा?
ईडी को सुप्रीम कोर्ट से झटका! 'मोबाइल-लैपटॉप जब्त कर मनमानी नहीं कर सकते'
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- 25 Dec, 2024
तो क्या ईडी के साथ ही अब सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों को भी अब नागरिकों के मोबाइल, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त करने से पहले दोबारा सोचना होगा?

इस सवाल का जवाब सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले में आसानी से मिल सकता है। इसका विस्तृत फ़ैसला क्या है, यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर किस मामले को लेकर अदालत ने यह फ़ैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने यह अहम आदेश सैंटियागो मार्टिन मामले में दिया है। ईडी ने नवंबर में सैंटियागो मार्टिन, उनके रिश्तेदारों और कर्मचारियों पर की गई तलाशी के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किये थे।