सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को बरी करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फ़ैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। उन्हें कथित माओवादी संबंधों के कारण गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए मामले में दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।