क्या भारत-अमेरिका रिश्ते एक बार फिर ख़राब होंगे, जिसकी शुरुआत रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के कारण भारत पर प्रतिबंधों के साथ होगी? क्या जो बाइडन अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही इससे बचने की कोशिश करेंगे और नई दिल्ली के साथ सुरक्षा संबंधों को लेकर चल रही बातचीत के बहाने भारत को इससे बचा ले जाएंगे और राहत देंगे?