उत्तराखंड के मसूरी और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में दो अलग-अलग घटनाओं ने देश में बढ़ती सांप्रदायिक असहिष्णुता और हिंसा की चिन्ताजनक स्थिति को पेश किया है। मसूरी में दो कश्मीरी शॉल विक्रेताओं पर कुछ स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर हमला किया गया, जिसके बाद 16 विक्रेता डर और असुरक्षा के कारण अपने घर कश्मीर लौट गए। वहीं, अलीगढ़ में एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़के पर हमला किया गया और उसे कथित तौर पर पाकिस्तानी झंडे पर पेशाब करने के लिए मजबूर किया गया। दोनों घटनाएँ सामाजिक एकता और मानवीय मूल्यों पर गंभीर सवाल उठाती हैं। मसूरी की घटना के मामले में पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।