राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मणिपुर विवाद को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि राज्य में हो रही हिंसा को रोका जाना चाहिए। मणिपुर हिंसा को लेकर पिछले एक साल से ज़्यादा समय से पीएम मोदी और उनकी सरकार की चौतरफ़ा आलोचना हो रही है। इस संदर्भ में मोहन भागवत के बयान को संकेत में ही सही, मोदी सरकार की आलोचना के तौर पर देखा जा रहा है।
भागवत बोले- 'मणिपुर को प्राथमिकता मिले, हिंसा रोकी जाए'; निशाने पर कौन?
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- 10 Jun, 2024
मणिपुर में पिछले साल 3 मई से शुरू हुई हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इस पर मोदी सरकार की हो रही तीखी आलोचनाओं के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जानिए, उन्होंने क्या कहा।

मोहन भागवत महाराष्ट्र के नागपुर में संघ के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'मणिपुर में शांति का इंतजार करते हुए एक साल हो गया है। पिछले 10 सालों से राज्य में शांति थी, लेकिन अचानक राज्य में फिर से बंदूक संस्कृति बढ़ गई। ऐसा लगता था कि पुरानी बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है। वहां अचानक कलह उपज गया या उपजाया गया, उसकी आग में अभी तक जल रहा है, त्राहि-त्राहि कर रहा है और उस पर ध्यान नहीं है? प्राथमिकता देकर इस पर विचार करना हमारा कर्तव्य है।'