राम मंदिर-बाबरी मसजिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिन्दू परिषद परिपक्वता और संयम दिखा रहे हैं। वे अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से बार-बार अपील कर रहे हैं कि फ़ैसला कुछ भी हो, इसे स्वीकार कर लेना है और उसके बाद किसी तरह की भावनात्मक प्रतिक्रिया नहीं देनी है।
अयोध्या फ़ैसले पर न जीत का जश्न मनाएँ, न हार का हाहाकार मचाएँ : बीजेपी
- देश
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- 6 Nov, 2019
हिन्दुओं के पक्ष में निर्णय आने पर ही सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को मानने की बात कहने वाली बीजेपी, आरएसएस और विहिप अब कह रही हैं कि हर कोई फ़ैसला स्वीकार कर ले, चाहे वह कुछ भी हो।
