भारत के कई पूर्व सूचना आयुक्तों ने केंद्र सरकार के द्वारा सूचना का अधिकार क़ानून में किये गये संशोधनों को ग़लत बताया है। इनमें देश के पहले सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला भी शामिल हैं।