गुजरात हाई कोर्ट ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रजनीश राय को नौकरी दिए जाने को लेकर सवाल उठाये जाने पर आपत्ति जताई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से राय को भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद में नौकरी क्यों दी गई, इसे लेकर सवाल उठाया गया था। राय ने 2007 में हुए सोहराबुद्दीन शेख़, कौसर बी और तुलसीराम प्रजापति के एनकाउंटर केस की जाँच की थी। उन्होंने नवंबर 2018 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और इस साल 6 मई से आईआईएम अहमदाबाद में बतौर एसोसिएट प्रोफ़ेसर नौकरी कर रहे थे।
रिटायरमेंट के बाद भी मोदी सरकार के निशाने पर क्यों हैं रजनीश राय?
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- 25 Jul, 2019
गुजरात हाई कोर्ट ने रिटायर्ड आईपीएस अफ़सर रजनीश राय को नौकरी दिए जाने को लेकर सवाल उठाये जाने पर आपत्ति जताई है।
