एक अमेरिकी फोरेंसिक फर्म की एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि एक्टिविस्ट स्टैन स्वामी के कंप्यूटर में कथित तौर पर कई आपत्तिजनक दस्तावेज डाले गए थे। स्टैन स्वामी अब दुनिया में नहीं हैं। उन्हें 2020 में कथित आतंकी लिंक के लिए गिरफ्तार किया गया था। 84 वर्षीय स्टैन स्वामी ने महीनों तक अदालतों में अपनी बेगुनाही का दावा किया और चिकित्सा देखभाल की गुहार लगाई, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया। क़रीब आठ महीने बाद जुलाई 2021 में हिरासत में ही अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी।