अपने राजनीतिक विरोधियों के ख़िलाफ़ देश की प्रतिष्ठित जांच एजेंसियों को इस्तेमाल करने के लिए कुख़्यात रही मोदी सरकार पर अब किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले पंजाबी गायकों और किसान नेताओं पर इस राजनीतिक हथियार का इस्तेमाल करने के आरोप लग रहे हैं।