कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी मोदी सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ जल्द ही देश भर के दौरे पर निकलेंगे। इस दौरान वह अर्थव्यवस्था की ख़राब हालत के साथ ही नागरिकता संशोधन क़ानून, नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस (एनआरसी) व अन्य कई मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे। अंग्रेजी अख़बार ‘द हिंदुस्तान टाइम्स’ के मुताबिक़, पार्टी के एक नेता ने बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति की 11 जनवरी को हुई बैठक में यह फ़ैसला किया गया। पार्टी नेता ने बताया कि इस दौरान राहुल गाँधी किसानों, आदिवासियों, ग्रामीणों, छोटे और मंझले व्यापरियों, उद्योगपतियों और पेशेवरों की समस्याओं को भी उठाएंगे।
पिछले एक महीने से देश भर में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ चल रहे प्रदर्शनों के बीच कांग्रेस का यह मानना है कि इस वजह से देश की बिगड़ती जा रही अर्थव्यवस्था और आम आदमी से जुड़े मुद्दे पीछे छूट गये हैं। पार्टी नेता ने बताया कि देश भर के दौरे पर निकलने से पहले राहुल गाँधी युवा आक्रोश रैली का आयोजन करेंगे और इसमें वह देश भर के युवाओं, छात्रों से आर्थिक मुद्दों, बढ़ती बेरोज़गारी पर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 28 जनवरी से जयपुर में शुरू होगा।
वायनाड में करेंगे रैली
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कार्यक्रम को लेकर पत्रकारों को बताया कि इसका आयोजन ऐसे मुद्दों को लेकर किया जा रहा है, जिससे युवा प्रभावित हो रहे हैं। गहलोत ने कहा कि रैली के दौरान राहुल गाँधी बढ़ती महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती क़ीमतों से लेकर कई और मुद्दों को उठाएंगे। गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार इन सभी मोर्चों पर पूरी तरह फ़ेल रही है। राहुल गाँधी इसी तरह के कार्यक्रम कांग्रेस शासित अन्य राज्यों में भी करेंगे। 30 जनवरी को वह नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के कलपेट्टा में रैली को संबोधित करेंगे।राहुल की रैली को लेकर बीजेपी प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल ने कहा कि अगर वह आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है लेकिन पहले उन्हें यूपीए सरकार की असफलताओं के बारे में जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की आर्थिक नीतियों की बदौलत भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था ज़रूर बनेगा।
लोकसभा चुनाव में क़रारी हार के बाद राहुल गाँधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। लाख मनाने के बाद भी वह नहीं माने थे और अंत में सोनिया गाँधी को पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष का पद संभालना पड़ा था।
फिर कमान संभाल सकते हैं राहुल
राहुल गाँधी को लेकर यह चर्चा जोरों पर है कि वह एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाल सकते हैं। हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई ‘भारत बचाओ रैली’ में राहुल गाँधी के विशालकाय कट आउट लगाये गए थे। रैली के रणनीतिकारों ने सोनिया, प्रियंका से ज़्यादा फ़ोकस राहुल गाँधी पर रखा था और रैली के बाद राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा था रैली के जरिये कांग्रेस नेताओं ने एक बार फिर राहुल गाँधी को अध्यक्ष के रूप में प्रोजेक्ट किया है। इस रैली में कांग्रेस के बाक़ी फ्रंटल संगठनों के अलावा युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे और इन्होंने राहुल गाँधी के पक्ष में माहौल भी बनाया था। राहुल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर ख़ासे हमलावर रहे थे।
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