गौतम अडानी की कंपनी फिर से सुर्खियों में है। हालाँकि, फिर से ग़लत वजहों से है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में अडानी की कंपनी पर कथित कोयला घोटाला का आरोप लगा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया है और रिपोर्ट साझा करते हुए कहा है कि इसका हिसाब किया जाएगा। हालाँकि, अडानी की ओर से फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में लगाए गए उन आरोपों को 'झूठा और निराधार' बताया गया है।
अडानी की ओर से कुछ भी सफाई आए, लेकिन कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपक लिया है। राहुल गांधी ने कहा है, 'भाजपा सरकार में भीषण कोयला घोटाला सामने आया है। वर्षों से चल रहे इस घोटाले के ज़रिए मोदी जी के प्रिय मित्र अडानी ने लो-ग्रेड कोयले को तीन गुने दाम पर बेच कर हज़ारों करोड़ रुपए लूटे हैं, जिसकी कीमत आम जनता ने बिजली का महंगा बिल भर कर अपनी जेब से चुकाई है।'
भाजपा सरकार में भीषण कोयला घोटाला सामने आया है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 22, 2024
वर्षों से चल रहे इस घोटाले के ज़रिए मोदी जी के प्रिय मित्र अडानी ने लो-ग्रेड कोयले को तीन गुने दाम पर बेच कर हज़ारों करोड़ रुपए लूटे हैं, जिसकी कीमत आम जनता ने बिजली का महंगा बिल भर कर अपनी जेब से चुकाई है।
क्या प्रधानमंत्री… pic.twitter.com/05bqI4azvh
राहुल ने सवाल पूछा है, 'क्या प्रधानमंत्री बताएंगे इस खुले भ्रष्टाचार पर ईडी, सीबीआई और आईटी को शांत रखने के लिए कितने टेंपो लगे? 4 जून के बाद इंडिया की सरकार इस महाघोटाले की जांच कर जनता से लूटी गई पाई-पाई का हिसाब करेगी।'
राहुल गांधी ने फाइनेंशियल टाइम्स की जिस रिपोर्ट के हवाले से यह आरोप लगाया है उसमें कहा गया था अडानी ग्रुप ने लो-ग्रेड का कोयला खरीदा और हाई ग्रेड का बताकर महंगे दामों में बेच दिया। फाइनेंशियल टाइम्स ने ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट यानी ओसीसीआरपी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया था कि जनवरी 2014 में अडाणी ग्रुप ने एक इंडोनेशियाई कंपनी से 28 डॉलर प्रति टन की कथित कीमत पर 'लो-ग्रेड' कोयला खरीदा था।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि इस शिपमेंट को तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को उच्च गुणवत्ता वाले कोयले के रूप में 91.91 डॉलर प्रति टन की औसत कीमत पर बेच दिया गया था।
फाइनेंशियल टाइम्स ने रिपोर्ट में कहा है, 'चालान से पता चलता है कि जनवरी 2014 में अडानी ने कोयले की एक इंडोनेशियाई खेप खरीदी थी जिसमें प्रति किलोग्राम 3,500 कैलोरी होने की बात कही गई थी। वही शिपमेंट तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को 6,000-कैलोरी कोयले के रूप में बेचा गया, जो सबसे मूल्यवान ग्रेड में से एक है। ऐसा लगता है कि परिवहन लागत के बाद अडानी ने इस प्रक्रिया में अपना पैसा दोगुना से अधिक कर लिया है।'
रिपोर्ट के अनुसार अडानी ने इंडोनेशिया में एक खनन समूह से कोयला प्राप्त किया, जो कम कैलोरी उत्पादन के लिए जाना जाता है, निम्न-श्रेणी के ईंधन के अनुरूप कीमतों पर। इसने एक अनुबंध को पूरा करते हुए बिजली उत्पादन के लिए भारत के सबसे दक्षिणी राज्य में कोयला पहुंचाया जिसमें महंगे उच्च गुणवत्ता वाले ईंधन को तय किया गया था।'
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट को रिपोस्ट करते हुए महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया है, 'धोखेबाज अडानी समूह ने कम गुणवत्ता वाले 3500 कैलोरी प्रति किलोग्राम इंडोनेशियाई कोयले को भारत सरकार की बिजली कंपनियों को उच्च गुणवत्ता वाले 6000 कैलोरी प्रति किलोग्राम के रूप में बेचकर मुनाफा दोगुना कर लिया। उपभोक्ताओं और पर्यावरण के साथ धोखाधड़ी। नरेंद्र मोदी, कृपया मेरी साड़ियां गिनने और मेरे दोस्तों को बुलाने के बाद सीबीआई और ईडी को इसकी जांच करने के लिए कहें।'
Fraud @AdaniOnline doubled profits by passing off low-quality 3500 cal/kg Indonesian coal to Indian state owned power cos as high quality 6000 cal/kg . Fraud on consumers & environment. @narendramodi - please tell CBI & ED to investigate once they’re done counting my sarees &…
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) May 22, 2024
बता दें कि महुआ मोइत्रा और राहुल गांधी अडानी के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर हमलावर रहे हैं। राहुल तो हाल की चुनावी रैलियों में इसपर लगातार बोल रहे हैं। राहुल आरोप लगाते रहे हैं कि पीएम मोदी ने चंद लोगों के लिए ही काम किया।
राहुल तब से और हमलावर हैं जब से पीएम मोदी ने अडानी-अंबानी का नाम लिया है। पीएम ने इस महीने की शुरुआत में आरोप लगाया था कि चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही कांग्रेस नेता ने अडानी-अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा था, 'मैं तेलंगाना की जनता से पूछना चाहता हूं, शहजादा बताएं- अंबानी-अडानी से कितना लिया? कितना काला धन ले जाया गया? क्या कैश से भरे टेंपो कांग्रेस तक पहुंच गए हैं? वह कौन सा सौदा हुआ है? आपने रातों-रात अंबानी-अडानी को गाली देना क्यों बंद कर दिया?'
इस पर राहुल गांधी ने वीडियो बयान जारी किया था। उसमें उन्होंने सीधे पीएम को संबोधित करते हुए कहा था, 'नमस्कार मोदी जी, थोड़ा-सा घबरा गए क्या! नॉर्मली, आप बंद कमरों में अडानी जी, अंबानी जी की बात करते हो, लेकिन पहली बार पब्लिक में अडानी-अंबानी बोला।' उन्होंने आगे कहा, 'आपको ये भी मालूम है कि टेंपो में पैसा देते हैं। क्या यह आपका पर्सनल एक्सपीरिएंस है? एक काम कीजिए। सीबीआई-ईडी को इनके पास भेजिए न। पूरी जानकारी लीजिए, इन्क्वायरी कराइए। जल्दी से जल्दी कराइए। घबराइए मत मोदी जी।'
राहुल ने कहा था, ' मैं फिर से दोहराकर कह रहा हूँ। जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने इनको दिया है न, उतना ही पैसा हम हिंदुस्तान के ग़रीब लोगों को देने जा रहे हैं। महालक्ष्मी योजना, पहली नौकरी पक्की योजना, इन योजनाओं के माध्यम से। करोड़ों लाखपति बनाएँगे हम। इन्होंने 22 अरबपति बनाए हैं, हम करोड़ों लाखपति बनाएँगे।'
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