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चीनी घुसपैठ पर राहुल ने पूछा, पीएम क्यों छिप रहे हैं?

लद्दाख में चीनी घुसपैठ और कम से कम 20 भारतीय सैनिकों के हताहत होने पर राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री क्यों छिप रहे हैं? लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी के पास चीन की सेना के साथ झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के मामले में सरकार की चुप्पी पर कांग्रेस ही नहीं, दूसरी विपक्षी पार्टियाँ भी सवाल उठा रही हैं। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी चीन की घुसपैठ को लेकर सरकार द्वारा देश वासियों को सीमा की वास्तविक स्थिति की जानकारी नहीं देने का आरोप लगाते रहे हैं।

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उन्होंने सैनिकों के शहीद होने के मामले में बुधवार को नये सिरे से सीधे प्रधानमंत्री मोदी को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने इस मामले में ट्वीट कर कई सवाल पूछे। उन्होंने लिखा, 'पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छिप रहे हैं? अब बहुत हो गया है। हमें यह जानना होगा कि क्या हुआ है। चीन ने हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? हमारी ज़मीन लेने की उसकी हिम्मत कैसे हुई?'

बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए हैं। भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि की है। इनमें एक आर्मी अफ़सर भी शामिल हैं। यह झड़प सोमवार (15 जून) को हुई थी। बताया गया है कि झड़प के दौरान पत्थरों, धातु के टुकड़ों का इस्तेमाल दोनों ओर से किया गया लेकिन गोली नहीं चली है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, इस झड़प में चीनी सेना के 43 जवान हताहत हुए हैं। 

रात को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री जयशंकर, चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत मौजूद रहे। मंगलवार को दिन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर ने हालात पर चर्चा की। इस दौरान सीडीएस जनरल बिपिन रावत, आर्मी प्रमुख, एयर फ़ोर्स और नेवी के प्रमुख भी मौजूद थे।

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इसको लेकर कांग्रेस के अलावा दूसरे विपक्षी दल भी सवाल उठा रहे हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है। जद (एस) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने कहा कि राष्ट्रहित में पीएम और रक्षा मंत्री को चीन के साथ सीमा मुद्दे पर राष्ट्र को एक स्पष्ट तसवीर पेश करनी चाहिए।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने भी रक्षा मंत्रालय और प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया, और पूछा, 'क्या आप सरकार के किसी अन्य प्रमुख की कल्पना कर सकते हैं कि एक देश में विदेशी सैनिकों की घुसपैठ के बाद 7 सप्ताह तक एक शब्द भी नहीं कहा जाए?'

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क़मर वहीद नक़वी
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