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मोदी ने चार मंत्रियों, थल सेना प्रमुख से की मुलाक़ात, झड़प के बाद की स्थिति पर बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात चार वरिष्ठ मंत्रियों और थल सेना के प्रमुख से बात की। लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की मौत की ख़बर आने के तुरन्त बाद प्रधानमंत्री ने यह बैठक बुलाई।

एनडीटीवी ने एक ख़बर में कहा कि इस बैठक में स्थिति की गंभीरता पर चर्चा की गई और सरकार को अब क्या करना है, इस पर बात हुई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाग लिया था। 
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इस बैठक में शीर्ष के इन चार मंत्रियों के अलावा थल सेना प्रमुख एम. एम. नरवाणे भी मौजूद थे। 

भारत का आरोप

भारत का कहना है कि चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पहले की यथास्थिति को बदलने की एकतरफा कोशिश की है और भारतीय क्षेत्र में अपने सैनिक भेज दिए हैं। 
बुधवार की सुबह रक्षा मंत्री ने चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेन्स स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवाणे, वायु सेनाध्यक्ष एअर चीफ़ मार्श राकेश सिंह भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह से विशेष विचार-विमर्श किया है। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद थे। 
इस बैठक में झड़प की स्थितियों और उससे निपटने के तरीके पर बातचीत की गई। 
वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने सत्य हिन्दी के लिए भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प का विश्लेषण किया था। आप भी देखें वह वीडियो। 
समाचार एजेंसी एएफ़पी का कहना है कि इस घटना में गोलियाँ नहीं चलीं, लेकिन 'हिंसक शारीरिक झड़पें' हुईं। सैनिकों ने कई घंटे तक यानी सोमवार को आधी रात तक चली झड़प के दौरान एक दूसरे को घूंसे मारे, एक दूसरे पर पत्थर फेंकें। चीनी सैनिकों ने कथित रूप रॉड और कील-लगे डंडों का इस्तेमाल किया।
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क़मर वहीद नक़वी
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