प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल क़िले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। उन्होंने प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज इस मौक़े पर देश सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन कर रहा है। उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. भीमराम आंबेडकर, सुभाषचंद्र बोस, बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान जैसे महापुरुषों को याद किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, '...देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी हों, देश को एकजुट राष्ट्र में बदलने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल हों, भारत के भविष्य की दिशा निर्धारित करने वाले वाले- रास्ता तय कराने वाले बाबा साहब आंबेडकर सहित हर व्यक्ति को, हर व्यक्तित्व को आज याद कर रहा है देश- आज इन सभी महापुरुषों का ऋणी है।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज इस पावन पर्व के इस अवसर पर अपने सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, राष्ट्र रक्षा में अपने आप को दिन रात खपाने वाले- आहुत करने वाले, वीर-विरांगनाओं को आज देश नमन कर रहा है।'
उन्होंने कहा, 'आज़ादी को जन आंदोलन बनाने वाले पूज्य बापू हों, या आज़ादी के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, बिस्मिल और असफाक उल्ला खान जैसे महान क्रांतिवीर हों, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई हों... देश इन सभी महापुरुषों का ऋणी है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने बँटवारे का दर्द बयाँ करते हुए कहा कि हम आज़ादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बँटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। उन्होंने इसे पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक करार दिया। उन्होंने कहा कि अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब से 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृतकाल है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओलंपिक में पदक जीतने वालों की ख़ूब तारीफ़ की। उन्होंने ओलंपिक में शामिल होने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में समारोह में शामिल लोगों से तालियाँ बजवाईं।
प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारे नर्सेस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक, सभी वंदन के अधिकारी हैं। मोदी ने कहा कि देश के सामने, पूरी मानवजाति के सामने कोरोना का यह कालखंड बड़ी चुनौती के रूप में आया है। उन्होंने कहा कि भारतवासियों ने संयम और धैर्य के साथ इस लड़ाई को लड़ा है।
महामारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोरोना योद्धाओं को लाल क़िले की प्राचीर पर आमंत्रित किया गया। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना योद्धाओं का खास तौर पर ज़िक्र किया। उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने लाल क़िले की प्राचीर से कहा कि देश में 110 से अधिक आकांक्षी ज़िलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क, रोज़गार, से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आने वाले कुछ समय में प्रधानमंत्री गति शक्ति का नेशनल मास्टर प्लान देश के सामने रखेगा। उन्होंने कहा कि 100 लाख करोड़ से भी अधिक की योजना लाखों नौजवानों के लिए रोज़गार का नया अवसर पैदा करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी।
अपनी राय बतायें