फाइजर ने कहा है कि इसकी वैक्सीन भारत में मिले नये स्ट्रेन पर तो 'बेहद प्रभावी' है ही, भारतीय मूल के लोगों पर भी। फाइजर ने यह भी कहा है कि 12 वर्ष से ज़्यादा उम्र के सभी लोग इस टीके को लगवा सकते हैं। इसके साथ ही 2-8 डिग्री सेल्सियत पर इसे एक महीना तक सुरक्षित रखा भी जा सकता है। कंपनी जुलाई से अक्टूबर तक 5 करोड़ खुराक आपूर्ति कर भी सकती है, लेकिन अभी तक उसे मंजूरी नहीं मिली है। फाइजर ने इस मंजूरी प्रक्रिया को आसान बनाने का आग्रह किया है। लेकिन सवाल है कि जब केंद्र सरकार टीके खरीदना चाहती है और कंपनी आपूर्ति भी करना चाहती है तो फिर दिक्कत कहाँ है?
फाइजर भारत में मिले स्ट्रेन पर भी प्रभावी, तो टीके मिलने में देरी क्यों?
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- 27 May, 2021
फाइजर ने कहा है कि इसकी वैक्सीन भारत में मिले नये स्ट्रेन पर तो 'बेहद प्रभावी' है ही। फाइजर ने यह भी कहा है कि 12 वर्ष से ज़्यादा उम्र के सभी लोग इस टीके को लगवा सकते हैं। कंपनी आपूर्ति भी करना चाहती है तो फिर दिक्कत कहाँ है?

दिक्कत है। नियामक छूट को लेकर। फाइजर कंपनी चाहती है कि उसे टीके लगाने से दुष्प्रभाव जैसी किसी क्षति की पूर्ति के रूप में दिए जाने वाले हर्जाने जैसी नियामक छूट मिले। कंपनी चाहती है कि सरकार यह दावा करे कि किसी दुष्प्रभाव पड़ने की स्थिति में उसे क़ानूनी छूट मिले और उससे सरकार ख़ुद निपटे।