भारत के कुछ प्रमुख धार्मिक समूह जन्म के समय अपने लिंगानुपात में काफी भिन्न थे, लेकिन आज संकेत हैं कि ये अंतर कम हो रहे हैं। सिख समुदाय में पिछले दशकों में लड़कियों और लड़कों के बीच बहुत बड़ा असंतुलन था, अब धीरे-धीरे प्राकृतिक स्तर की ओर बढ़ रहा है। लेकिन अभी भी जन्म पर लड़कियों के 'गायब' होने या कहें कि कम होने का स्तर हर समुदाय में अलग-अलग है। इसमें भी गौर करने लायक स्थिति हिंदुओं और मुसलमानों में है।
मुसलिमों से ज़्यादा हिंदुओं में हो रही लड़कियों की भ्रूण हत्या?
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- 7 Sep, 2022
देश में भ्रूण हत्या के जो मामले आते हैं वे धार्मिक समुदायों के आधार पर क्या भिन्न होते हैं? जानिए किन समुदायों में जन्म पर लड़कियों के 'ग़ायब' होने की स्थिति क्या है।

इसको लेकर प्यू रिसर्च सेंटर ने आँकड़ों का विश्लेषण और शोध किया है। प्यू सेंटर वाशिंगटन स्थित एक ग़ैर-लाभकारी संस्था है जो दुनिया भर में इसी तरह के शोध करता है। इस सेंटर द्वारा तैयार की गई एक नई शोध रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि भारत में कन्या भ्रूण हत्या के कारण 'लापता' लड़कियों की संख्या सबसे ज़्यादा हिंदुओं में है।