केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) में कटौती के बाद कई राज्यों ने भी मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करने की घोषणा की है। अब तक राजस्थान, ओडिशा और केरल की सरकारों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में कटौती की है। केंद्र ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में रिकॉर्ड 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है। हालांकि देश के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने इस मामले में जो तथ्य सामने रखे हैं, उससे तो यही लगता है कि जब तक केंद्र सरकार वसूले जाने वाले अपने अधिभार (उपकर) में कटौती नहीं करती है, तब तक एक्साइज ड्यूटी में यह कटौती सिर्फ ड्रामा है।
चिदंबरम ने रविवार को एक ट्वीट में लिखा है कि दो महीने में 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाएं और पेट्रोल पर 9.50 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल पर 7 रुपये प्रति लीटर की कटौती करें। यह अधिक लूटने और बाद में कम भुगतान करने के बराबर है! वो इसे और साफ करते हुए कहते हैं कि राज्यों से किया गया वित्त मंत्री का आह्वान व्यर्थ है। जब केंद्र सरकार केंद्रीय उत्पाद शुल्क में एक रुपये की कटौती करती है, तो उस रुपये का 41 पैसा राज्यों का होता है
इसका मतलब है कि केंद्र ने 59 पैसे और राज्यों ने 41 पैसे की कटौती की है। इसलिए उंगली मत उठाइए। असली कटौती तब होगी जब केंद्र पेट्रोल और डीज़ल पर लगने वाले उपकर में कटौती करे (जो राज्यों के साथ साझा नहीं किया जाता है)।
चिदंबरम के सवाल का जवाब केंद्र सरकार नहीं दे पाई है। शनिवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला था और बताया था कि आप अपने टैक्स में क्यों नहीं कटौती कर रहे। राज्यों के हिस्से में से क्यों ऐसा किया जा रहा है।
इन राज्यों ने घटाया वैट, सस्ता हुआ ईंधन
बहरहाल, केरल सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 2.41 रुपये और 1.36 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने की घोषणा रविवार को की है, जबकि राजस्थान सरकार ने पेट्रोल पर 2.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 1.16 रुपये प्रति लीटर वैट कम किया है। ओडिशा सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में क्रमश: 2.23 रुपये और 1.36 रुपये प्रति लीटर की कमी की है।रविवार को तिरुवनंतपुरम में पेट्रोल की कीमत 107.71 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 96.52 रुपये प्रति लीटर थी। जयपुर में पेट्रोल 108.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल 93.72 रुपये पर बिक रहा था। भुवनेश्वर में पेट्रोल की प्रति लीटर कीमत 103.19 रुपये और डीजल की 94.76 रुपये प्रति लीटर थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट में कहा, केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी के कारण, राज्य सरकार पेट्रोल पर 2.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 1.16 रुपये प्रति लीटर वैट कम करेगी। इससे राज्य में पेट्रोल 10.48 रुपये और डीजल 7.16 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो जाएगा।
तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने 22 मार्च से 6 अप्रैल के बीच हुई 14 बार की बढ़ोतरी में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
दिल्ली-मुंबई का रेट
नवंबर 2021 में दिवाली की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में भी कमी की थी। इसके बाद उसने पेट्रोल पर 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी।
शनिवार को उत्पाद शुल्क में कटौती के केंद्र सरकार के फैसले की घोषणा करते हुए, निर्मला सीतारमण ने एक ट्वीट में कहा, “मैं सभी राज्य सरकारों, विशेष रूप से उन राज्यों, जहां अंतिम दौर (नवंबर 2021) के दौरान कटौती नहीं की गई थी) को भी लागू करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती हूं। एक समान कटौती करके आम आदमी को राहत दें।
टैक्स में कटौती के बाद, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि प्रति लीटर डीजल की कीमत अब 89.62 रुपये है। ताजा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद मुंबई में पेट्रोल 111.35 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा था, जबकि डीजल 97.28 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा था।
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