गुरूवार को भी संसद के दोनों सदनों- राज्यसभा और लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ और इस वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही को पहले कई बार और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा। लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों ने ईडी के सामने सोनिया गांधी की पेशी के मामले को उठाया और नारेबाजी की।
कांग्रेस सांसदों ने इस मुद्दे पर दोनों सदनों से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया।
राज्यसभा में महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों पर हंगामा हुआ और कार्यवाही बाधित हुई।
कांग्रेस सांसदों के हंगामे पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लोकसभा में कहा, “कानून के सामने सब बराबर हैं या नहीं? क्या कांग्रेस अध्यक्ष एक महामानव हैं? कांग्रेस सोचती है कि वह कानून से ऊपर हैं।”
18 जुलाई को संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से ही संसद के दोनों सदनों में हंगामा हो रहा है और इस वजह से राज्यसभा और लोकसभा में कामकाज नहीं हो सका है।
बीते दिनों में दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों और मूल्य वृद्धि पर चर्चा की मांग सहित कई मुद्दों पर नारेबाज़ी की है। महंगाई समेत तमाम मुद्दों को लेकर विपक्षी सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
संसद का यह सत्र 12 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान केंद्र सरकार 32 विधेयकों को संसद में रखेगी। इन विधेयकों में छावनी विधेयक, बहु-राज्य सहकारी समिति विधेयक, उद्यमों का विकास और सेवा केंद्र विधेयक आदि शामिल हैं।
मॉनसून सत्र के शुरुआती दिनों को देखकर लगता है कि आने वाले कई दिन तक संसद में हंगामा और शोरगुल रहेगा और पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ सकता है। इससे पहले भी संसद के कुछ सत्रों में पेगासस जासूसी मामले और कृषि कानूनों को लेकर हंगामा हुआ था और सदन में कामकाज नहीं हो सका था।
अपनी राय बतायें