संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुरी तरह नाकाम होने के बाद पाकिस्तान भारत के ख़िलाफ़ एक प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में मंगलवार को पेश कर सकता है। उसका ज़ोर इस बात पर होगा कि इस प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार ख़त्म करने के बाद वहाँ बड़े पैमाने पर मानवाधिकार उल्लंघन हुए हैं। एक ओर  पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी जेनेवा पहुँचे हुए हैं तो भारत ने भी संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरउद्दीन को जेनेवा भेज दिया है।  विदेश मंत्री एस जयशंकर ख़ुद वहाँ गए हुए हैं। दोनों ही देश अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं। भारतीय समय के अनुसार मंगलवार शाम को इस मुद्दे पर गरमागम बहस शुरू हो जाएगी।