गिलगित-बाल्टिस्तान को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के पाकिस्तान के फ़ैसले का कड़ा विरोध करते हुए भारत ने कहा है कि यह भारत का अभिन्न अंग है और इस पर किसी तरह का निर्णय लेने या इसकी क़ानूनी स्थिति बदलने का हक़ किसी दूसरे देश को नहीं है। इसके साथ ही यह सवाल भी खड़ा होता है कि इसलामाबाद आख़िर क्यों यह फ़ैसला ले रहा है और इससे भारत को क्या दिक्क़तें हो सकती हैं।