क्या ओटीटी प्लेटफॉर्म या ऑनलाइन माध्यमों पर रणवीर इलाहाबादिया की 'अश्लील' टिप्पणी जैसा कंटेंट दिखाने पर रोक लगेगी? कम से कम तीन ऐसे घटनाक्रम हुए हैं जो ऐसी सामग्री पर सख़्ती के संकेत देते हैं। एक तो केंद्र ने ओटीटी प्लेटफॉर्म व सोशल मीडिया के लिए एथिक्स कोड जारी किए हैं और दूसरा सुप्रीम कोर्ट ने भी रणवीर इलाहाबादिया के मामले में सुनवाई करते हुए सख़्त रुख अपनाया है। इसके बाद संसदीय कमिटी ने भी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय से मौजूदा क़ानूनों के प्रभाव पर रिपोर्ट मांगी है।