इस ख़बर के सामने आने के बाद कि एक चीनी कंपनी भारत में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित आला पदों पर बैठे 10 हज़ार लोगों की जासूसी कर रही है, देश में जबरदस्त हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष ने सरकार से कहा है कि यह बेहद गंभीर मसला है और उसे इसकी जांच करानी चाहिए। बता दें कि अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने यह खुलासा किया है, जिसमें कहा गया है कि चीनी कंपनी ज़ेनहुआ डाटा इनफ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के निशाने पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत, न्यायपालिका से जुड़े अधिकारी, कई वर्तमान व पूर्व मुख्यमंत्री हैं और वह सभी का डेटा इकट्ठा कर रही है।