विपक्षी दलों के नेताओं और कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण के मुद्दों पर काम करने वाली कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ़्तारी की निंदा की है। बेंगलुरू की रहने वाली 21 साल की दिशा रवि को रविवार को गिरफ़्तार कर लिया गया था। दिशा रवि ने फ्राइडे्स फ़ॉर फ्यूचर इंडिया रैली की शुरुआत की थी। सबसे पहले इसे पर्यावरणविद ग्रेटा तनबर्ग (थनबर्ग) ने शुरू किया था और भारत में इसे आगे बढ़ाने का काम दिशा रवि कर रही थीं।
दिशा की गिरफ़्तारी पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- “बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे बोल कि सच ज़िंदा है अब तक! वो डरे हैं, देश नहीं!” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा, “डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।”
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि अगर दिशा देश के लिए ख़तरा हैं तो यह कहा जाना चाहिए कि भारत बेहद कमजोर बुनियाद पर खड़ा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “सवाल ये है कि वो कब गिरफ़्तार होंगे जो भारत की राष्ट्रीय एवं सामाजिक एकता को खंडित करने के लिए सुबह-शाम जनता के बीच घृणा व विभाजन को जन्म देने के लिए शाब्दिक ‘टूलकिट’ जारी करते रहते हैं।”
अखिलेश ने पूछा, “बीजेपी सरकार बताए कि शिकायत करने पर भी वो इन ‘टूलकिटजीवियों’ पर कार्रवाई क्यों नहीं करती?”
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कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दिशा की गिरफ़्तारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह को आतंकवाद के मामले में जमानत मिलने की ख़बर को शेयर करते हुए कहा कि एक्टिविस्ट जेल में हैं जबकि अभियुक्त को जमानत मिल गई है। सीपीआई (एमएल) की नेता कविता कृष्णन, दीपांकर भट्टाचार्य ने भी दिशा रवि की गिरफ़्तारी की आलोचना की है।
गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि यह रीढ़ विहीन सरकार ट्वीट्स और शांतिपूर्ण प्रदर्शन से डर जाती है लेकिन वेलेंटाइन डे पर लाठियां लेकर घूमने वालों को पूरी सुरक्षा देती है।
बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया
बीजेपी नेताओं ने भी दिशा रवि के मामले में प्रतिक्रिया दी है। प्रीति गांधी ने कहा कि हिज़्बुल मुजाहिदीन का कमांडर बुरहान वानी 15 साल की उम्र में इस आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया था और 21 साल की उम्र में उसका एनकाउंटर हो गया था। गांधी ने पूछा कि क्या हम उसे किसी एक निश्चित उम्र में आने देने तक आतंकी गतिविधियां करने देते?
बीजेपी सांसद पीसी मोहन ने कहा, “बुरहान वानी 21 साल का था, अजमल कसाब भी 21 साल का था, उम्र केवल एक संख्या है और कोई भी क़ानून से ऊपर नहीं है और क़ानून अपना काम करेगा।”
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