ऑर्गनाइजेशन ऑफ़ इसलामिक कोऑपरेशन ने कहा है कि कोविड-19 फैलने के मुद्दे पर भारत में मुसलमानों के ख़िलाफ़ प्रचार अभियान चलाया जा रहा है, उन्हें निशाने पर लिया जा रहा है और मीडिया में उनके बारे में ग़लत बातें फैलाई जा रही हैं, नतीजतन उनके ख़िलाफ़ हिंसा हो रही है।
1/2 #OIC-IPHRC condemns the unrelenting vicious #Islamophobic campaign in #India maligning Muslims for spread of #COVID-19 as well as their negative profiling in media subjecting them to discrimination & violence with impunity.
— OIC-IPHRC (@OIC_IPHRC) April 19, 2020
यूएई की शहजादी नाराज़
अमीरात की शहजादी हेंद अल क़सीमी ने ट्वीट कर इस पर चिंता जताई है कि तबलीग़ी जमात के धार्मिक कार्यक्रम के बाद से मुसलमानों को बदनाम किया जा रहा है।Anyone that is openly racist and discriminatory in the UAE will be fined and made to leave. An example; pic.twitter.com/nJW7XS5xGx
— Princess Hend Al Qassimi (@LadyVelvet_HFQ) April 15, 2020
निशाने पर मुसलमान!
लेकिन उसके बाद मीडिया के एक बड़े हिस्से में ऐसा नैरेटिव खड़ा किया गया मानो पूरा मुसलमान समुदाय ही इसके लिए ज़िम्मेदार है। बीजेपी और हिन्दुत्ववादी संगठनों से जुड़े कुछ लोगों ने मुसलमानों को कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए ज़िम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया।भारत की सफ़ाई
संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत पवन कपूर ने ट्वीट कर कहा कि 'भारत और संयुक्त अरब अमीरात किसी भी आधार पर भेदभाव के ख़िलाफ़ हैं। किसी भी तरह का भेदभाव हमारे नैतिक तानाबाना और नियम क़ानून के ख़िलाफ़ है। अमीरात में रहने वाले सभी भारतीयों को यह हमेशा याद रखना चाहिए।'India and UAE share the value of non-discrimination on any grounds. Discrimination is against our moral fabric and the Rule of law. Indian nationals in the UAE should always remember this. https://t.co/8Ui6L9EKpc
— Amb Pavan Kapoor (@AmbKapoor) April 20, 2020
@PMOIndia Respected Prime minister @narendramodi India's relation with the Arab world has been that of mutual respect. Do you allow your parliamentarian to publicly humiliate our women? We expect your urgent punitive action against @Tejasvi_Surya for his disgraceful comment. pic.twitter.com/emymJrc5aU
— المحامي⚖مجبل الشريكة (@MJALSHRIKA) April 19, 2020
पूरे अरब जगत में तेजस्वी सूर्या के ट्वीट पर बहुत ही बवाल मचा। स्थानीय लोगों ने तो विरोध किया ही, वहाँ रहने वाले भारतीयों ने भी इसका विरोध किया।
भारत की फ़जीहत
भारत की यह छीछालेदर विशेष चिंता की बात इसलिए भी है कि ओआईसी समेत तीसरी दुनिया के तमाम देश भारत को अपना नेता मानते थे, भारत पर भरोसा करते थे।ये देश मुसलमान बहुल या इसलामी राष्ट्र होते हुए भी कश्मीर जैसे मुद्दे पर भी पाकिस्तान के साथ नहीं भारत के साथ खड़े होते थे।
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