पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिन्दल के बयानों पर ओआईसी ने कड़ा रुख अपनाया लेकिन भारत ने उसके बयान को खारिज कर दिया। लेकिन भारत अंदर ही अंदर ओआईसी के सद्स्य देशों में तैनात अपने राजदूतों को डैमेज कंट्रोल पर भी तैनात किया। विदेश मंत्रालय की कई कमियां सामने आईं।
भारत ने इस्लामिक देशों के समूह संगठन ओआईसी की प्रतिक्रिया को सोमवार को खारिज कर दिया। पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर सऊदी अरब और अन्य मुस्लिम देश पहले ही कड़ी प्रतिक्रिया दे चुके हैं और उन्होंने भारत से माफी की मांग की है।
जम्मू कश्मीर में परिसीमन को लेकर इसलामिल सहयोग संगठन की टिप्पणी पर भारत ने क्यों कहा कि ओआईसी को एक देश के इशारे पर भारत के खिलाफ अपने सांप्रदायिक एजेंडे को अंजाम देने से बचना चाहिए?
ऑर्गनाइजेशन ऑफ़ इसलामिक कोऑपरेशन यानी ओआईसी ने भारतीय मुसलमानों को निशाने पर लेने की घटनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है और कहा है कि वह एक प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर भेजेगा जो वहाँ की ज़मीनी स्थिति का अध्ययन कर रिपोर्ट सौंपेगा।
इसलामी देशों के संगठन ओआईसी में भारत ने आज पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत दर्ज की, जब सुषमा स्वराज ने ओआईसी को संबोधित किया और ज़ोर-शोर से आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया।