एनआरसी, एनपीआर, सीएबी-सीएए जैसे प्रथमाक्षरों में उलझा देश अपना डीपीआर अर्थात डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तलाशते हुए नए साल में प्रवेश कर रहा है। यह डीपीआर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मन में तो था और शायद है भी, पर वे उसे प्रकट नहीं करना चाहते और कर भी नहीं सकते।
एनआरसी, एनपीआर, सीएबी, आर्थिक मंदी, साल की ऐसी बुरी शुरुआत कभी नहीं
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- 27 Dec, 2019

साल 2020 की शुरुआत आर्थिक बदहाली के अलावा एनआरसी, एनपीआर, सीएबी-सीएए में उलझा हुआ है। नए साल की इतनी बुरी शुरुआत कभी नहीं हुई। सरकार एनआरसी के खेल में व्यस्त है। शायद इसी पर बन रहा आन्दोलन उसे सही दिशा में काम करने को मजबूर करे। पर अभी तक सरकार की लाइन बदलने का कोई लक्षण नहीं दिखता। इससे नए साल के लिए कोई उम्मीद नहीं जगती।