भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को क्या कश्मीर की स्थिति पर 1948 में सेना के टॉप अफसरों ने अंधेरे में रखा था। जिस वजह से नेहरू ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिया था और जिसे 2019 में मोदी सरकार ने छीन लिया। दरअसल, द गार्जियन अखबार ने 8 मार्च को कुछ गोपनीय दस्तावेजों के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें यह बात कही गई है। गार्जियन का कहना है कि बहुत लंबे समय से कश्मीर पर कुछ दस्तावेज गोपनीय हैं, लेकिन गार्जियन का दावा है कि उसने उन गोपनीय दस्तावेजों को खुद देखा है। भारत में इतिहासकार इन्हें बुचर पेपर्स भी कहते हैं।
बीजेपी बुचर पेपर्स पढ़े और कश्मीर पर नेहरू को बदनाम करना बंद करेः रिपोर्ट
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- 29 Mar, 2025
द गार्जियन की इस रिपोर्ट के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को उनकी जम्मू कश्मीर नीति के लिए कोसना बंद किया जाना चाहिए। यह जवाहर लाल नेहरू ही थे, जिनकी कश्मीर नीति से वहां शांति लौटी थी। हालांकि भारत-पाकिस्तान के बीच जम्मू कश्मीर को लेकर तीन युद्ध हो चुके हैं। आज कश्मीरियों का दिल जीतना सबसे बड़ी चुनौती है। जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीने जाने से समस्या का हल नहीं निकल सकता।
