केंद्र की मौजूदा बीजेपी सरकार देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को उनकी लचर कश्मीर नीति के लिए पानी पी-पीकर कोसती रही है। इसी वजह से मोदी सरकार ने 2019 में नेहरू को जिम्मेदार ठहराकर जम्मू कश्मीर से उसका विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया। लेकिन द गार्जियन अखबार ने बुचर पेपर्स के हवाले से 1948 में नेहरू की कश्मीर नीति पर रोशनी डाली है। पढ़िए, खोजपूर्ण रिपोर्टः
देश में बहस चल रही है कि राहुल गांधी अपनी लंदन यात्रा के दौरान एक विदेशी ज़मीन से प्रधानमंत्री पर प्रहार कर भारत की छवि को कमजोर कर रहे हैं। पिछले साल मई माह में लिखे गए प्रसिद्ध पत्रकार श्रवण गर्ग के इस आलेख से इस बात की थोड़ी जानकारी मिल सकती है कि अपनी विदेश यात्राओं के दौरान मोदी बतौर पीएम विदेशों में हमारे अतीत के नायकों को किस तरह पेश करते हैं !
आज गणतंत्र दिवस है। आजादी की लड़ाई के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के उस भाषण को आज याद करने का दिन है, जो उन्होंने 14 अगस्त 1947 की रात को दिया था। आज उस प्रस्ताव को याद करने का दिन भी है जो उस रात नेहरू ने पेश किया था।