चुनाव आयोग ने सोमवार को राजनीतिक दलों को मिलने वाले दर्जे में बदलाव को मंजूरी दी है। इसमें सबसे तगड़ा झटका ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीआई को लगा है। इन दलों का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को जबर्दस्त फायदा हुआ है और उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। आम आदमी पार्टी बहुत कम समय में इतनी तेज़ी से तरक्की करने वाली पार्टी है।
आप बनी राष्ट्रीय पार्टी; तृणमूल, एनसीपी, सीपीआई का दर्जा छीना
- देश
- |
- 10 Apr, 2023
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को मिलने वाले दर्जे को अपग्रेड किया है और इसके साथ ही आम आदमी पार्टी को बड़ा फायदा हुआ है। लेकिन टीएमसी, एनसीपी और सीपीआई को नुक़सान क्यों हुआ?

2012 में अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से उभरी अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी या आप फिलहाल दो राज्यों- दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है। पिछले हफ्ते आप सांसद संजय सिंह ने कहा था कि राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने से कर्नाटक में आगामी राज्य चुनावों में पार्टी को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी यही ट्वीट कर इसी बात पर जोर दिया है।