सरकार ने बुधवार को पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। पद्म विभूषण के लिए छह, पद्म भूषण के लिए नौ और पद्म श्री पुरस्कारों के लिए 91 गणमान्य लोगों को चुना गया है। जिन लोगों को पद्म विभूषण पुरस्कार के लिए चुना गया है उनमें समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव भी शामिल हैं। उनके अलावा ओआरएस आइकन के रूप में मशहूर दिलीप महालनाबिस (मेडिसिन), और वास्तुकार बालकृष्ण दोशी (अन्य-आर्किटेक्चर) को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित करने के लिए चुना गया है।
महालनाबिस ने ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के व्यापक उपयोग का बीड़ा उठाया था। इसके बारे में अनुमान है कि इसने विश्व स्तर पर 5 करोड़ से अधिक लोगों की जान बचाई है।
महालनाबिस ने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान शरणार्थी शिविरों में सेवा करने के दौरान ओआरएस की प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया था। तब वे सेवा करने के लिए यूएसए से लौटे थे। महालनाबिस का पिछले साल 16 अक्टूबर को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 87 वर्ष के थे और फेफड़ों के संक्रमण और अन्य आयु संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे।
इन तीनों के अलावा कला में जाकिर हुसैन, सार्वजनिक मामलों में एस एम कृष्णा और विज्ञान और इंजीनियरिंग में श्रीनिवास वरदान को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।
Congratulations to those who have been conferred the Padma Awards. India cherishes their rich and varied contributions to the nation and their efforts to enhance our growth trajectory. #PeoplesPadma https://t.co/M6p4FWGhFU
— Narendra Modi (@narendramodi) January 25, 2023
इनके अलावा केएम बिड़ला और सुधा मूर्ति इस साल पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वाले 106 लोगों में शामिल हैं। बिड़ला को व्यापार और उद्योग के लिए पद्म भूषण मिला। सुधा मूर्ति को सामाजिक कार्यों के लिए पद्म भूषण मिला। दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला, अभिनेत्री रवीना टंडन और मणिपुर भाजपा अध्यक्ष थौनाओजम चौबा सिंह को भी पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
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