द लैंसेट प्लैनेटरी हेल्थ जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के 10 प्रमुख शहरों में रोजाना 7 फीसदी मौतें खराब आब-ओ-हवा से हो रही हैं। इन शहरों में हवा की गुणवत्ता पीएम 2.5 है जो वायु प्रदूषण का नतीजा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सुरक्षित सीमा से यह बहुत ज्यादा है। .