हरियाणा पुलिस के लिए गौ रक्षक दल किस तरह मुखबिरी करते हैं, यह तथ्य राजस्थान के दो मुस्लिम युवकों की भिवानी जिले में हत्या के बाद सामने आया है। इस मामले में फरार चल रहे मोनू मानेसर के अलावा दो अन्य आरोपी हरियाणा पुलिस के लिए मुखबिरी करते थे। यानी हरियाणा पुलिस को सूचनाएं देते थें। इंडियन एक्सप्रेस ने मंगलवार 21 फरवरी को प्रकाशित रिपोर्ट में इन कथित गौ रक्षकों कम मुखबिरों के बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक राजस्थान के जुनैद और नासिर की हत्या के आरोपी तीन आरोपी हरियाणा पुलिस के साथ नूंह (मेवात) जिले में पुलिस मुखबिर के रूप में शामिल हैं। आरोपी ने पशु तस्करी के संदिग्ध मामलों में पुलिस की मदद की थी।
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एफआईआर में नामजद अभियुक्तों लोकेश सिंगला, रिंकू सैनी और श्रीकांत की पहचान हरियाणा पुलिस के रिकॉर्ड में पुलिस मुखबिर के रूप में की गई है। पिछले दो महीनों में फिरोजपुर झिरका और नगीना पुलिस स्टेशनों में नूंह पुलिस द्वारा दर्ज की गई कम से कम चार एफआईआर में तीन लोगों को मुखबिर के रूप में दर्ज किया गया है।
इतना ही नहीं, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि संदिग्ध गाय तस्करों के खिलाफ छापेमारी करने में तीनों आरोपी हरियाणा पुलिस के साथ जाते हैं।
जुनैद और नासिर की हत्या और शवों को जलाने के सिलसिले में राजस्थान पुलिस की एफआईआर में तीन लोगों का नाम दर्ज है। ये तीनों नाम मोनू मानेसर के गौरक्षक नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
राजस्थान पुलिस ने अपनी एफआईआर में कुख्यात गो रक्षक मोनू मानेसर का भी नाम लिया है। राजस्थान पुलिस ने सोमवार को एफआईआर में आठ और लोगों को नामजद किया है।
राजस्थान पुलिस ने नसीर और जुनैद की हत्या के मामले में पहली बार एक कैब चालक और कथित गोरक्षक रिंकू को गिरफ्तार किया है।
राजस्थान पुलिस के मुताबिक, रिंकू ने उन्हें बताया कि सारे नामजद आरोपी दोनों पीड़ितों जुनैद और नासिर को फिरोजपुर झिरका स्टेशन ले गए थे। वो बहुत घायल हालत में थे। मोनू मानेसर और अन्य आरोपियों ने पुलिस वालों से नासिर और जुनैद को गो तस्कर के रूप में दर्ज करने को कहा। लेकिन पीड़ितों की मरणासन्न हालत को देखते हुए पुलिस वालों ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। आरोप है कि उसके बाद मोनू मानेसर, रिंकू सैनी और अन्य आरोपी उन्हें लोहारू के गांव में ले गए और वहां उन्हें बोलेरो में जिन्दा जला दिया।
लोहारू के गांव में एक बोलेरो में दो मुस्लिम युवकों जुनैद और नासिर के जले हुए शव 18 फरवरी को मिले थे। अभी तक इस मामले में मीडिया तमाम खबरों को सामने ला चुका है लेकिन हरियाणा पुलिस और हरियाणा सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। उसने मोनू मानेसर और बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने की पहल नहीं की है। मोनू मानेसर के समर्थन में गुड़गांव जिले में हिन्दू संगठन जुलूस निकाल रहे हैं और वहां के डीएम को उसे बेकसूर बताते हुए ज्ञापन दिए जा रहे हैं। मोनू मानेसर के फोटो केंद्रीय मंत्रियों, बीजेपी नेताओं, हरियाणा पुलिस के अधिकारियों के साथ होने पर सभी चुप हैं।
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