मोदी-शी जिनपिंग मिले। मोदी लुंगी में दिखे। शी को मटन बिरयानी परोसी गई। 'राष्ट्रवादी' मोदी के जादू पर फिदा हैं। क्या उन्हें चीन का चेहरा पता नहीं है? वे कश्मीर और पाकिस्तान पर शी के बयान पर क्यों नहीं बोलते? चीन पाक का साथ क्यों दे रहा है और 'राष्ट्रवादी' क्यों इतरा रहे हैं? देखिए आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।