2014 के लोकसभा चुनाव में हर मतदाता के बैंक खाते में 15 लाख रुपये ट्रांसफर करने का वादा करके सत्ता में आए नरेंद्र मोदी कैबिनेट के नंबर 2 अमित शाह ने कहा था कि वो चुनावी जुमला था। बात आई गई हो गई। 16 जुलाई 2022 को पीएम मोदी ने कहा- हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है।
ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है।
इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है। मोदी ने कहा- रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे।
रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे।
हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है।
मोदी से ज्यादा रेवड़ियां कौन बांट रहा है, अपने गिरेबान में क्यों नहीं झांकती भाजपा
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- 29 Mar, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की इस बात की आलोचना की है कि वो अपने शासित राज्यों में चुनावी वादे करती है, लेकिन पूरा नहीं कर पाती है। मोदी ने कांग्रेस की चुनावी गारंटियों का मजाक उड़ाया। लेकिन बतौर केंद्र सरकार के मुखिया और भाजपा शासित राज्यों में योजनाओं के नाम पर बांटी जा रही रेवड़ियों पर मोदी का ध्यान नहीं है। वे अपने गिरेबान में झांकने को तैयार नहीं हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने जब इस तरह से चुनावी वादे के नाम पर मुफ्त रेवड़ियां बांटने पर सवाल उठाया था तो सबसे पहले मोदी ने ही उसका समर्थन किया था। जानिए मुफ्त चुनावी रेवड़ियों की राजनीतिः
