प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के ओराकांदी स्थित मातुआ समुदाय के मंदिर में दर्शन किया। मातुआ संप्रदाय के संस्थापक हरिचाँद ठाकुर ने इस मंदिर की स्थापना की थी। प्रधानमंत्री के साथ हरिचाँद ठाकुर के वंशज शांतनु ठाकुर भी गए हुए हैं।
मातुआ समुदाय के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल जाने और वहाँ दर्शन करने की घटना ऐसे दिन हुई है जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल में मातुआ समुदाय के लगभग दो करोड़ लोग रहते हैं जो लगभग 60-70 सीटों पर चुनाव नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं।
नरेंद्र मोदी ने बार बार पश्चिम बंगाल के मातुआ समुदाय के लोगों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे ठाकुरनगर स्थित मातुआ मंदिर गए थे और बडो माँ के चरण स्पर्श किए थे। उन्होंने कहा कि बड़ो माँ ने उन्हें बहुत स्नेह व सम्मान दिया।
मोदी का पूरा जोर पश्चिम बंगाल के मातुआ समुदाय पर था।
कोरोना वैक्सीन को हरिचाँद ठाकुर से जोड़ा
उन्होंने कहा कि हरिचाँद ठाकुर के आदर्शो पर चल कर ही बांग्लादेश व भारत के लोग बेहतर स्थिति में रह सकते हैं और दोनों में मैत्री और मजबूत हो सकती है।
नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश को कोरोना टीका देने की बात की और इसे भी हरिचाँद ठाकुर से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि हरिचाँद ठाकुर की प्रेरणा हमें हर स्थिति में आगे बढ़ना सिखाती है। महामारी फैलने पर ओराकांदी के लोगों ने प्रौद्योगिकी का प्रयोग किया था और हमें इससे भी प्रेरणा मिली।
काली मंदिर में पूजा की
नरेंद्र मोदी ने इसके पहले ढाका के नज़दीक ईश्वरीपुर गाँव स्थित प्राचीन यशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया, "यशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा कर अभिभूत हूँ।" इस दौरान उन्होंने समस्त मानव जाति के कल्याण की कामना की।Feeling blessed after praying at the Jeshoreshwari Kali Temple. pic.twitter.com/8CzSSXt9PS
— Narendra Modi (@narendramodi) March 27, 2021
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