अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते किसानों को क्या मोदी सरकार तवज्जो नहीं देना चाहती है? जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन रविवार को 41वें दिन प्रवेश कर गया है। किसी मंत्री ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ वार्ता करने की जहमत नहीं उठाई है। जबकि 2020 के किसान आंदोलन में तो किसानों के प्रदर्शन के दौरान क़रीब चार महीने में ही तीन मंत्रियों की टीम 11 बार किसानों के साथ वार्ता कर चुकी थी। तो सवाल है कि इस बार ऐसा क्या हो गया कि सरकार उनसे बात तक नहीं कर रही?