BREAKING
— Dipankar Kumar Das (@titu_dipankar) July 27, 2024
West Bengal CM Hon'ble Mamata Banerjee (@MamataOfficial) stages a walks out of the #NitiAayog meeting claiming her mic was switched off while talking after 5 mins, whereas other CMs were allowed more time to speak.#MamataBanerjee #Delhi pic.twitter.com/FQ1BXUlW7z
“
मैं बोल रही थी, मेरा माइक बंद कर दिया गया। यह सिर्फ बंगाल का अपमान नहीं है। यह सभी क्षेत्रीय पार्टियों का अपमान है।
-ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल, 27 जुलाई 2024 सोर्सः पीटीआई/एएनआई
“
चंद्रबाबू नायडू को बोलने के लिए 20 मिनट का समय दिया गया था, असम, गोवा, छत्तीसगढ़ के सीएम ने 10-12 मिनट तक बात की।
-ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल, 27 जुलाई 2024 सोर्सः पीटीआई/एएनआई
एएनआई और पीटीआई ने ममता की जो वीडियो बाइट जारी की है। उसमें ममता कह रही हैं- "...मैंने कहा था कि आपको (केंद्र सरकार) राज्य सरकारों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। मैं बोलना चाहती थी लेकिन मुझे केवल 5 मिनट के लिए बोलने की अनुमति दी गई। मुझसे पहले लोगों ने 10-20 मिनट तक बोला। विपक्ष में मैं अकेली थी जो भाग ले रही थी लेकिन फिर भी मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी गई। यह अपमानजनक है।''
“
यह राजनीतिक पक्षपातपूर्ण बजट है। आप अन्य राज्यों के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं। यह कैसे काम करेगा? इसे वित्तीय शक्तियाँ दें या योजना आयोग को वापस लाएँ।''
-ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल, 27 जुलाई 2024 सोर्सः पीटीआई/एएनआई
कई विपक्ष शासित राज्यों ने घोषणा की थी कि वे बैठक का बहिष्कार करेंगे। तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों - कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी ने घोषणा की है कि वे केंद्रीय बजट 2024 में अपने राज्यों के प्रति भेदभाव को लेकर बैठक में शामिल नहीं होंगे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एमके स्टालिन के साथ-साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब और दिल्ली सरकारों ने कहा है कि वे भी बैठक का बहिष्कार करेंगे।
बैठक 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, सरकारी हस्तक्षेपों के वितरण तंत्र को मजबूत करके ग्रामीण और शहरी दोनों आबादी के लिए जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है।
अपनी राय बतायें