पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामले क़रीब साढ़े तीन लाख आने लगे हैं तो संक्रमण के मामले इतना ज़्यादा कैसे बढ़ गए? आख़िर किन राज्यों में हालात ख़राब हैं कि पूरे देश में कुल मामले तेज़ी से बढ़ते दिखाई दे रहे हैं?
जिन राज्यों में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले आ रहे हैं उनमें महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल जैसे राज्य शामिल हैं। इन राज्यों में संक्रमण के मामले 40 हज़ार से ज़्यादा आ रहे हैं। ये वे राज्य हैं जहाँ पॉजिटिविटी दर भी काफ़ी ज़्यादा है। इन तीनों राज्यों के अलावा केंद्र ने उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली में कोरोना की चिंताजनक स्थिति माना है।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 48,270 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं और इसके साथ सक्रिय मामले 2,64,388 हो गए हैं। राज्य में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित कुल 2343 मरीज सामने आ चुके हैं। यहाँ पॉजिटिविटी दर 23 फ़ीसदी से भी ज़्यादा है। राज्य में ऐसे हालात के बीच ही सोमवार से स्कूल को फिर से खोलने की घोषणा की गई है। राज्य सरकार का कहना है कि राज्य में कोरोना की लहर अब स्थिर हो रही है और इस कारण कोरोना प्रॉटोकॉल का पालन करते हुए 1-12 वीं कक्षा तक के स्कूल खोले जाएंगे।
केरल में पिछले 24 घंटों में 41,668 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ सक्रिय मामले अब 2,23,548 हो गए हैं। दो दिन पहले वहाँ पॉजिटिविटी दर क़रीब 40 फ़ीसदी हो गई थी। इसके बाद अगले दो रविवार को लॉकडाउन की तरह पाबंदियों की घोषणा की गई।
राज्य में ख़राब हालात को देखते हुए केरल उच्च न्यायालय ने कासरगोड जिले में एक सप्ताह के लिए 50 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कर्नाटक में 48,049 नए कोरोना मामले आए हैं और वर्तमान में 3.23 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं, जिनमें से अधिकांश बेंगलुरु से हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में 19.23% पॉजिटिविटी दर दर्ज की गई है।
संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच ही कर्नाटक ने शुक्रवार को वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया है। हालाँकि, कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों के तहत रात के प्रतिबंध रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक जारी रहेंगे। तकनीकी सलाहकार समिति ने कहा कि कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वालों ती संख्या ज़्यादा नहीं है और इसलिए वीकेंड कर्फ्यू को हटाने का फ़ैसला किया। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता में कोविड की समीक्षा बैठक के बाद राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि अगर अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ती है तो हम वीकेंड कर्फ्यू वापस लाएंगे।
केंद्र की चिंता की वजह
देश में तेज़ी से बढ़ते कोरोना मामलों के बीच कई राज्यों में हालात बेहद चिंताजनक हैं। केंद्र ने गुरुवार को ही कहा है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश 'चिंता के राज्यों' में से हैं। इन राज्यों में केंद्र से टीमें भेजी गई हैं ताकि संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर उपाय अपनाए जा सकें। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और इस वजह से चुनाव के दौरान हालात के और ज़्यादा ख़राब होने की आशंका बनी हुई है।
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