मुंबई में 1940 से ही जगह की किल्लत शुरू हो गई थी। जिसकी वजह से घरों की लंबाई बढ़ती गई। यह सिर्फ पक्के मकानों में नहीं हुआ। यह उस बहुमंजिला झोपड़पट्टी बस्ती में भी हुआ जिसे दुनिया धारावी के नाम से जानती है। बहुमंजिला ढांचे आज धारावी में चल रही नई पुनर्विकास परियोजना का एक विवादास्पद हिस्सा हैं, जहां अधिकांश लोग अपने घर की जगह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा खोने के लगातार खतरे में जी रहे हैं। नई योजना के तहत, पुनर्विकास के लिए पात्र माने जाने वाले लोग 350 वर्ग फुट की जगह के हकदार हैं। स्थानीय लोगों को लगता है कि वे अपनी मौजूदा ढांचों में से आधे से अधिक को खो देंगे।
महाराष्ट्र: विपक्ष ने कैसे अडानी समूह के धारावी प्रोजेक्ट को चुनावी मुद्दा बना दिया
- देश
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- 29 Mar, 2025
धारावी को लेकर जितने सब्जबाग और सपने महाराष्ट्र की महायुति सरकार और खासकर भाजपा ने दिखाए, उससे ज्यादा अडानी समूह के इस प्रोजेक्ट को लेकर अफवाहें हैं। मुंबई में हर कोई धारावी पर बात कर रहा है और मुंबई से बाहर पूरे महाराष्ट्र में धारावी को विपक्ष ने बहुत सूझबूझ से चुनावी मुद्दा बना दिया है। सवाल महज अडानी और विकास का नहीं है, सवाल धारावी की वजह से मुंबई के पर्यावरण का भी है, मुंबई की आब-ओ-हवा का भी है। लाखों लोगों की यहां से जुड़ी आजीविका का भी हैः
