धारावी को लेकर जितने सब्जबाग और सपने महाराष्ट्र की महायुति सरकार और खासकर भाजपा ने दिखाए, उससे ज्यादा अडानी समूह के इस प्रोजेक्ट को लेकर अफवाहें हैं। मुंबई में हर कोई धारावी पर बात कर रहा है और मुंबई से बाहर पूरे महाराष्ट्र में धारावी को विपक्ष ने बहुत सूझबूझ से चुनावी मुद्दा बना दिया है। सवाल महज अडानी और विकास का नहीं है, सवाल धारावी की वजह से मुंबई के पर्यावरण का भी है, मुंबई की आब-ओ-हवा का भी है। लाखों लोगों की यहां से जुड़ी आजीविका का भी हैः