भारत का चुनाव आयोग (ECI) सभी गलत वजहों से ख़बरों में बना हुआ है। उसकी आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के उल्लंघन से निपटने का तरीका विवादास्पद बन गया है। उसने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन वो प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ उसकी पीआर यानी अपनी पीठ थपथपाने तक सीमित रही। तमाम विपक्षी दलों और जनसंगठनों की चिन्ताओं और सवालों पर उसने कुछ भी गौर नहीं किया। ईवीएम पर पहले से घिरे चुनाव आयोग ने यह कहकर विरोध करने वालों का मजाक उड़ाया कि सारे फर्जी नैरेटिव सेट किए जा रहे थे।