कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक के लिये बढ़ा दिया है। 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को समाप्त हो रही है। इसके साथ ही नोएडा में धारा 144 को 30 अप्रैल तक के लिये बढ़ा दिया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाएगा। ममता ने कहा कि राज्य में 10 जून तक स्कूल बंद रहेंगे। कर्नाटक सरकार ने भी लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाये जाने का एलान किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का एलान किया है। महाराष्ट्र कोरोना वायरस के कहर से सबसे ज़्यादा प्रभावित है। अकेले मुंबई में इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 1182 हो गई है। उड़ीसा सरकार पहले ही 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ाने का एलान कर चुकी है। पंजाब ने लॉकडाउन को 1 मई तक के लिये बढ़ा दिया है।
लॉकडाउन को बढ़ाये जाने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चार घंटे तक 13 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये बातचीत की है। इस दौरान केंद्र व राज्यों ने लॉकडाउन को 2 हफ़्ते और बढ़ाये जाने पर सहमति जताई है।
हालाँकि इस बारे में आधिकारिक एलान नहीं हुआ है लेकिन वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ख़त्म होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्वीट से यह साफ होता है कि लॉकडाउन का बढ़ना तय है। केजरीवाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को बढ़ाकर एकदम सही फ़ैसला लिया है। अगर अब लॉकडाउन को रोका जाता है तो जो हमारी स्थिति बेहतर हुई है, वह सब हम गंवा देंगे। इसलिये लॉकडाउन को बढ़ाना ज़रूरी है।’ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से राहत पैकेज देने का भी अनुरोध किया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी लॉकडाउन को बढ़ाने का अनुरोध किया। इसी तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाये जाने की ज़रूरत है। बिहार सरकार भी लॉकडाउन बढ़ाने के समर्थन में है।
अपनी राय बतायें