मुंबई 26/11 हमले का मक़सद भारत में तबाही मचाना तो था ही, उसे हिन्दू आतंकवाद के रूप में प्रचारित करना भी था। मुंबई के तत्कालीन पुलिस प्रमुख राकेश मारिया की आत्मकथा 'लेट मी से इट नाउ' से इसका खुलासा होता है।