उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या को लेकर जांच एजेंसी एनआईए ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए ने कहा है कि पाकिस्तान में बैठे सलमान भाई नाम के शख्स ने मोहम्मद गौस और मोहम्मद रियाज को भड़काया था। सलमान भाई ने मोहम्मद गौस से कहा था कि उन्हें कुछ बड़ा करना चाहिए।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सलमान भाई ने इन दोनों से कहा था कि पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी को लेकर किए जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनों से कोई नतीजा नहीं निकलेगा।
बीजेपी नेता नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद हुए प्रदर्शनों में मोहम्मद गौस और रियाज शामिल हुए थे।
कराची गया था गौस
मोहम्मद गौस साल 2014 में पाकिस्तान गया था और वहां उसने दावत-ए-इस्लामी नाम के कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन की ओर से आयोजित 45 दिन के कार्यक्रम में भाग लिया था। वहां से लौटने के बाद वह कुछ वॉट्सएप ग्रुप के जरिए सलमान भाई और अबू इब्राहिम नाम के शख्स के संपर्क में था।
10 से 11 लोगों की पहचान
बता दें कि गृह मंत्रालय और एक स्थानीय अदालत के आदेश के बाद उदयपुर के हत्याकांड की जांच एनआईए कर रही है। एनआईए को शुरुआती जांच में पता चला है कि गौस और रियाज ने 10 से 15 जून के बीच हमले की योजना बना ली थी। इन दोनों ने पूछताछ में एनआईए को बताया कि धानमंडी इलाके में बबला भाई नाम के एक शख्स ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी करने के लिए 10 से 11 लोगों की पहचान की थी और अलग-अलग समूहों को इन लोगों पर हमलों की जिम्मेदारी दी गई थी।
एनआईए को यह भी पता चला है कि कन्हैया लाल की हत्या से दो-तीन हफ्ते पहले मुसलिमों के स्थानीय वॉट्सएप ग्रुप में कुछ लोगों की फोटो को वायरल किया गया था। इसमें कन्हैया लाल की भी फोटो और उससे जुड़ी जानकारी शामिल थी।
गौस और रियाज ने कन्हैया लाल की हत्या की योजना बनाई थी और बीच में जब कुछ दिन कन्हैया लाल की दुकान बंद थी तो इस दौरान कुछ स्थानीय युवाओं ने कन्हैयालाल से जुड़ी सूचना इन तक पहुंचाई थी।
वसीम और मोहसिन खान नाम के दो लोगों ने कन्हैया लाल की हत्या से पहले उसकी दुकान की रेकी की थी। मोहसिन और आसिफ हुसैन नाम के शख्स को इस मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है।
…काम हो चुका है
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गौस और मोहम्मद रियाज हत्या को अंजाम देने के बाद शोएब भाई नाम के शख्स के दफ्तर पहुंचे और यहां उन्होंने एक दूसरा वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें उन्होंने हत्या की जिम्मेदारी भी ली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी हत्या की धमकी दी और इसे कई वॉट्सएप ग्रुप में वायरल किया। इसके बाद मोहम्मद गौस ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया और दोनों किसी वर्कशॉप में गए और वहां उन्होंने कपड़े बदले।
इसके बाद उन्होंने अजमेर शरीफ जाने की योजना बनाई और एक कार का इंतजाम करने की कोशिश की लेकिन कार न मिलने के बाद वे मोटरसाइकिल से ही निकल गए।
पुलिस उन्हें खोज रही थी और राजसमंद के भीम में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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