न्यायालयों की भर्ती प्रक्रिया में विसंगतियों को लेकर एक बार फिर चर्चा हो रही है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के न्यायमूर्ति रंगनाथ पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है, “उच्च एवं उच्चतम न्यायालय दुर्भाग्यवश वंशवाद और जातिवाद से बुरी तरह ग्रस्त हैं। यहाँ न्यायाधीशों के परिवार का सदस्य होना ही अगला न्यायाधीश होना सुनिश्चित करता है। न्यायाधीशों की नियुक्ति का हमारे पास कोई निश्चित मापदंड नहीं है। प्रचलित कसौटियाँ परिवारवाद और जातिवाद ही हैं।” यह पत्र उच्च और उच्चतम न्यायालय में नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाता है।