नौकरियों में आरक्षण को लेकर विवाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार बनने के बाद नया नहीं है। विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति में जब विभाग को इकाई मानकर आरक्षण दिया जाने लगा तो आरक्षित तबक़े के लिए सीटें ही नहीं बचती थीं। संसद से लेकर प्रेस कॉन्फ़्रेंसों में सरकार के ज़िम्मेदार लोगों के बयानों के बावजूद इस तरह की धांधली नहीं रुक रही है।