इजराइल ने दो दिन में दूसरी बार गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया है। बुधवार को हुआ यह हमला इजरायली जेट विमानों द्वारा शिविर पर मंगलवार को किये गये हमले के एक दिन बाद फिर हुआ है। पहले हमले में 50 से अधिक लोग मारे गए थे।
अभी मलबे को साफ भी नहीं किया गया था कि दुबारा से इस शरणार्थी शिविर पर हमला हो गया है। दो दिनों में दूसरी बार बुधवारको हुए इस इजरायली हवाई हमले की दुनिया भर में निंदा हो रही है।
इस हमले में भी बड़ी संख्या में आम लोगों के हताहत होने की खबर आ रही है। हालांकि कितने लोग मारे गये या घायल हुए हैं इसकी स्पष्ट सूचना अभी नहीं मिली है।
अल जजीरा की खबर के मुताबिक बचावकर्मी मलबे को खंगाल रहे हैं। सामने आये फुटेज में शिविर के ऊपर धुआं निकलता दिख रहा है, इसलिए हताहतों की संख्या के बारे में तत्काल कोई पुष्टि नहीं हुई है।
हमास द्वारा संचालित गजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यहां मंगलवार के हमले में 50 से अधिक लोग मारे गए हैं। इज़रायल ने उस हमले में हमास के एक कमांडर को मारने का दावा किया था।
अलजजीरा की रिपोर्ट कहती है कि उत्तर में घनी आबादी वाला शिविर 1.4 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, शिविर में लगभग 116,000 पंजीकृत शरणार्थी हैं।
यूएन के अधिकारी ने भी इस हमले की निंदा की है
संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने इज़राइल और कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों की दो दिवसीय यात्रा के बाद जबालिया शरणार्थी शिविर पर हमले की निंदा की है।ग्रिफिथ्स ने अपने एक बयान में कहा है कि "यह गाजा के लोगों पर हुआ नवीनतम अत्याचार है, जहां लड़ाई और भी भयानक चरण में पहुंच गई है, जिसके भयावह मानवीय परिणाम सामने आ रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि दुनिया इसे रोकने के लिए कोई कार्रवाई करने में असमर्थ या अनिच्छुक है", उन्होंने आगे कहा, "ऐसा नहीं चल सकता।
हमें इस युद्ध को रोकने की जरूरत है।” ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि "हमें युद्धरत पक्षों को लड़ाई रोकने पर सहमत करने की ज़रूरत है" ताकि 2.3 मिलियन लोगों के फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक सहायता मिल सके।
इज़रायल की सेना ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि देश के लड़ाकू विमानों ने "सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर" जबालिया में हमास कमांड-एंड-कंट्रोल कॉम्प्लेक्स पर हमला किया था, जिसमें इस्लामी समूह की टैंक रोधी मिसाइल इकाई के प्रमुख मुहम्मद एसार की मौत हो गई थी।
इस बयान में कहा गया है कि, "हमास जानबूझकर नागरिक इमारतों के नीचे, आसपास और भीतर अपने आतंकी बुनियादी ढांचे का निर्माण करता है, वह जानबूझकर गज़ा के नागरिकों को खतरे में डालता है।"
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गजा में इजरायली हमलों में कम से कम 8,796 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं हमास के हमले में इजरायल के 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे।
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