महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के अलावा देश के कई हिस्सों में फ्रांस के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हुए हैं। और आने वाले दिनों में प्रदर्शन के बढ़ने की पूरी संभावना है। लेकिन इसके साथ ही सवाल यह भी उठता है कि यूरोप के एक देश में हुई घटना पर भारत में बवाल क्यों मचा हुआ है? क्या इसकी वजह मुसलमानों की आहत धार्मिक भावनाएं हैं? या अपनी वे अपनी पहचान पर ख़तरा महसूस कर रहे हैं? सवाल यह भी है कि इसका कारण भारत में बदली हुई स्थिति और मुसलमानों के ख़िलाफ़ बढ़ रहे नफ़रत के बीच अल्पसंख्यक समुदाय का अपनी मौजूदगी का अहसास कराने की कोशिश भी है?