चंद्रयान-3 मिशन कामयाब रहा है। इसके लैंडर की चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग हो चुकी है। इसके साथ ही भारत दुनिया का ऐसा चौथा देश बन गया है जिसने चांद पर सफल लैंडिंग करने में कामयाबी हासिल की है। वहीं चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है।  चंद्रयान - 2 की विफलता के बाद करीब चार साल भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में इतिहास रचने में कामयाबी हासिल की है। यह कामयाबी के पीछे भारतीय अंतरिक्ष इजेंसी इसरो की टीम की सालों की कड़ी मेहनत और हार न मानने का जज्बा है।  चंद्रयान-3 मिशन को कामयाब करने के लिए वैज्ञानिकों की पूरी टीम दिन और रात की परवाह किए बिना काम करती रही है। इसरो और इससे जुड़ी वैज्ञानिक संस्थाओं के वैज्ञानिकों ने बेहतरीन टीम वर्क करके देश को यह सफलता दिलाई है।